खामोशी मेरी ढाल..!!
हाँ मिल जाते है राही, जिंदगी के हर नए सफर पे, पर अक्सर जब मंज़िल बदलती है, तो अकेला ही चलता हूँ मै। यूँ तो खुश हूं मैं अपनी नई जिंदगी में, पर यादें, बीती बातें, आंखें छलका जाती हैं। दिख जाते है वो लोग जब पुराने, हंसते मुस्कुराते, अच्छा लगता है, पर दुख भी … Continue reading खामोशी मेरी ढाल..!!